इस विद्यालय में केवल शिक्षा पर ही ध्यान केंद्रित नहीं रहता है इसके अतिरिक्त बालिकाओं को भारतीय संस्कृति एवं अच्छे नागरिक की ओर भी ध्यान दिया जाता है| बालिकाओं के चतुर्मुखी विकास हेतु विद्यालय में छात्राओं द्वारा रचनात्मक कार्य भी कराए जाते हैं जिस का संक्षिप्त विवरण निम्न है|
विद्यालय में बालिका सभा के अंतर्गत छात्राएं समय-समय पर वाद-विवाद, अंताक्षरी, कविता पाठ, नाटक, भजन, गजल, लोकनृत्य, रासलीलायें विभिन्न वादन प्रतियोगिताएं विद्यालय स्तर पर, जनपद स्तर एवं मंडल एवं राज्य स्तर पर करती आ रही है| विभिन्न राष्ट्रीय पर्व तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम बड़े उत्साह पूर्वक संपन्न होते हैं| विद्यालय के विशेष कार्यक्रम बसंत पंचमी स्थापना दिवस के रूप में हवन, कीर्तन, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं प्रसाद वितरण के साथ संपन्न किए जाते हैं|
विद्यालय जनपद, मंडल राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर तक छात्रों को विभिन्न खेलों में अग्रणी करके गौरवान्वित कर चुका है| खो-खो, कबड्डी, हॉकी, बैडमिंटन, बॉली बॉल, हैण्डबॉल, बॉस्केटबॉल का अभ्यास निरंतर पूरे वर्ष चलता रहता है| इसके अतिरिक्त शरद कालीन फील्ड गेम्स जैसे लंबी कूद, दौड़, विभिन्न फेंक, तैराकी आदि में बहुत ही जोश के साथ छात्राएं भाग लेती है| विद्यालय के अंदर एक बड़ा मैदान होने के कारण छात्राएं एक साथ सामूहिक पीटी का अभ्यास संगीतमय ड्रम के साथ प्रतिदिन प्रार्थना के तुरंत बाद करती हैं, जिस का दृश्य दर्शनीय होता है| इसके साथ ही कई पुराने गीत देशभक्ति के गीतों का अभ्यास समय पर किया जाता है|
विद्यालय का यह सौभाग्य रहा है कि इसके पूर्व प्रधानाचार्य श्रीमती सुशीला भार्गव ने बालिकाओं के पूर्ण विकास हेतु गाइडिंग को एक जीवन का अभिन्न अंग व आवश्यक मानते हुए इस पर बहुत अधिक जोर दिया जिसके कारण हमारे यहां की बालिकाएं जनपद एवं मंडल स्तर पर हमेशा प्रथम आती रही हैं| हमें यह सूचित करते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि गत वर्षों में महामहिम राष्ट्रपति पदक (President Medal)केवल हमारे ही विद्यालय की छात्राओं को शांतिकुंज हरिद्वार से प्राप्त हुआ है|
रेड क्रॉस की सेवाएं विद्यालय में लगातार चलती रहती है जिसमें बाहर के डॉक्टर को बुलाकर आंख, कान, दांत आदि का निरीक्षण करवाया जाता है इसमें छात्राएं दान देने में भी अग्रणी रही है| इसी सोसाइटी के अंतर्गत कैंसर के लिए छात्राओं ने शीला शर्मा मेमोरियल चैरिटेबल कैंसर ट्रस्ट को एनेस्थीसिया एपरेटस दान में दिया है| जिसकी कीमत लगभग ₹40000 थी|
विद्यालय की अनुशासन व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए एक प्रॉक्टोरियल बोर्ड का गठन किया गया है, जिसमें श्रीमती राज खंडेलवाल, श्रीमती मिथिलेश यादव है|
जैसा की सर्वविदित है कि आजकल वायु प्रदूषण होने के कारण गर्मी व ताप बढ़ता जा रहा है, प्रत्येक विद्यालय को वृक्षारोपण आवश्यक है, मैदान के चारों तरफ बहुत चौड़ी पट्टी पर बहुत से छायादार, फलदायक एवं मौसमी पुष्प इसके अंतर्गत लगाए गए हैं| संस्थापक श्री रामप्रसाद जी खंडेलवाल जी के जन्म शताब्दी समारोह पर 100 वृक्ष विशेष रूप से लगाए गए हैं| इसके अलावा गमले आदि भी खूबसूरत से लगे हुए हैं
एक भव्य सुसज्जित विशाल हवादार हॉल है, जिसमें एक साथ 100 छात्राओं के बैठने की व्यवस्था है| इस पुस्तकालय में पाठ्य पुस्तकें विभिन्न महान साहित्यकारों की जीवनियां, नाटक ,कहानी ,कविता, उपन्यास आदि उपलब्ध है| पुस्तकालय में हिंदी के अलावा अंग्रेजी की पुस्तकें भी प्राप्त हैं स्थाई रूप से इसकी देखभाल व रखरखाव के प्रबंध हेतु लाइब्रेरियन श्रीमती रत्ना सक्सेना है|
उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से विद्यालय को इंटरमीडिएट पत्राचार का अधिकार भी वहन करना पड़ता है, जिसमें जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से छात्राएं वर्ष में दो बार आयोजित शिविरों से भाग लेती है, जिसमें विभिन्न विषयों के योग्य व्याख्याताओं द्वारा अध्ययन कराया जा रहा है व उनकी समस्याओं का निराकरण विद्यालय की अन्य अध्यापिकायें करती हैं
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit.